चाहे कितने भी शक्तिशाली तुम क्यों न हों, किन्तु बिना उपाय के दुःख खत्म नहीं होता है। जिस प्रकार, भोजन आपके सम्मुख है, बिना हाथ चलाएं, भोजन मुख में नहीं आता। इसी प्रकार बहुत कुछ जान लेने से कुछ नहीं होता जब तक आप साधना नहीं करेंगे। तब तक आपके लिए मोक्ष का द्वार नहीं खुलेगा जब तक तुम प्रयास नहीं करोगे।
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